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बजट 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के ऐलानों का भारतीय शेयर बाजार पर प्रभाव

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बजट 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के ऐलानों का भारतीय शेयर बाजार पर प्रभाव

वित्त मंत्री द्वारा घोषित बजट 2024 का अवलोकन

वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए केंद्रीय बजट पेश करते हुए, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं जो भारतीय शेयर बाजार को प्रभावित करती हैं। इस साल का बजट वित्तीय समेकन और देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने की दिशा में था, जो विशेष रूप से गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों के लिए लाभदायक था।

मुख्य घोषणाएं और उनका असर

बजट में पांच प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है:

  • व्यय में वृद्धि: रोजगार सृजन के लिए बजट में कुल व्यय में वृद्धि की गई है। सरकारी परियोजनाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए अधिक महत्वपूर्ण फंड आवंटित किए गए हैं।
  • नया टैक्स स्लैब: नए टैक्स स्लैब पेश किए गए हैं, जिनके तहत व्यक्तिगत करदाताओं के लिए कर में कटौती की गई है, जिससे मध्यम वर्ग को राहत मिलेगी।
  • पूंजीगत लाभ कर में बदलाव: पूंजीगत लाभ कर की दरों में परिवर्तन किए गए हैं, जिनसे कुछ क्षेत्रों में निवेशक परिशान हैं। विशेष रूप से, पूंजीगत लाभ कर की दरों में वृद्धि से निवेशकों में मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं।
  • कस्टम ड्यूटी में कटौती: मेडिसिन्स और मोबाइल फोन्स पर कस्टम ड्यूटी घटाई गई है, जिससे इन्हें सस्ता किया जा सके।
  • प्रत्यक्ष कराधान में वृद्धि: डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन बढ़ाने के उपाय प्रस्तुत किए गए हैं ताकि सरकारी राजस्व को बढ़ाया जा सके।
शेयर बाजार की प्रतिक्रिया

शेयर बाजार की प्रतिक्रिया

इन घोषणाओं का भारतीय शेयर बाजार पर मिला-जुला असर पड़ा। कुछ क्षेत्रों जैसे FMCG और इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा मिला, जबकि पूंजीगत लाभ कर की वृद्धि और बढ़े हुए STT के कारण अन्य क्षेत्रों को चुनौतियों का सामना करना पड़ा। प्रमुख सूचकांक, सेंसेक्स और निफ्टी, प्रारंभ में गिरावट दर्ज की लेकिन अंततः लगभग समान में बंद हो गए, जिसमें सेंसेक्स 80,429.04 पर और निफ्टी 24,479.05 पर बंद हुआ।

विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों ने इस बजट की मिश्रित प्रतिक्रिया दी है। कुछ विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि निवेशकों को रक्षात्मक क्षेत्रों और हेज्ड ट्रेड्स पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इस बजट ने खुदरा निवेशकों की बढ़ती संख्या को भी उजागर किया, जिनकी संख्या 9.5 करोड़ से अधिक हो गई है और कुल मिलाकर 2,500 सूचीबद्ध कंपनियों में करीब 10% की भागीदारी है, जिसमें 36 लाख करोड़ रुपये का धन शामिल है।

खुदरा निवेशकों की भागीदारी

खुदरा निवेशकों की भागीदारी

बजट ने खुदरा निवेशकों के योगदान को भी रेखांकित किया। डेटा के अनुसार, अब 9.5 करोड़ से अधिक खुदरा निवेशक भारतीय शेयर बाजार में शामिल हैं, जिनका कुल बाजार मूल्य लगभग 36 लाख करोड़ रुपये है। यह दर्शाता है कि बाजार में खुदरा निवेशकों की भागीदारी बढ़ रही है, जिससे बाजार का विस्तार और बाजार में स्थिरता आई है।

आगे की राह

कुल मिलाकर, बजट 2024-25 को मिलीजुली प्रतिक्रिया मिली है। कुछ सुधारात्मक उपायों की तारीफ की जा रही है जबकि अन्य के प्रभाव पर पुनर्विचार करने की जरूरत महसूस की जा रही है। बाजार के भविष्य के रुख को समझने के लिए निवेशकों को सलाह दी गई है कि वे सतर्क रहें और स्थिर रुझानों पर निवेश करें।

राधिका शर्मा

राधिका शर्मा

मैं एक भारतीय समाचार लेखिका हूँ। मुझे भारतीय दैनिक समाचार पर लेख लिखने का शौक है। मैं अपने घर पर रहकर काम करती हूँ और अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करती हूँ। शीर्ष समाचार और घटनाओं पर लिखते हुए मैं समाज को सूचित रखने में विश्वास रखती हूँ।

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