जब स्मृति मंडाना ने 342/7 रन बनाकर भारतीय महिला राष्ट्रीय क्रिकेट टीम को फाइनल जीत दिलाई, तो 2025 श्रीलंका महिला ODI ट्राय‑सिरीज़रि. प्रेमा दासा स्टेडियम, कोलंबो की धूप में इतिहास बन गया। इस मैच में भारत ने शतक के बाद क्रांति गौड को भी डेब्यू कराया, जबकि स्नेह राणा की चार विकेट की चमक ने लंका को 245/10 पर रख दिया।
पहली बार श्रीलंका ने इस प्रकार की महिला ट्राय‑नैशन श्रृंखला की मेजबानी की। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने इस पहल को 2025 के विश्व महिला क्रिकेट विश्व कप की तैयारी के रूप में उजागर किया। द्वि‑राउंड‑रॉबिन फ़ॉर्मेट में सात मैच खेले गए, जहाँ प्रत्येक टीम को चार‑चार खेलना पड़ा। इस कार्यक्रम ने न केवल खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर परखने का मौका दिया, बल्कि दर्शकों को भी कोलंबो के 35,000 दर्शक-क्षमता वाले रि. प्रेमा दासा स्टेडियम में रोचक क्रिकेट देखने का अवसर मिला।
फाइनल में भारत ने टॉस जीत कर पहले बॅटिंग करने का विकल्प चुना। स्मृति मंडाना ने 101 गेंदों में 116 रन बनाकर शतक किया, जो किसी भी महिला खिलाड़ियों के लिए दुर्लभ उपलब्धि है। उनके बाद हरमनप्रीत कौर ने 48 रन का योगदान दिया, जबकि रियूस सिंगह ने तेज़ गति से 44 रन जोड़ें।
श्रीलंका की प्रतिक्रिया में चमरि अथापथु ने 51 रन बनाकर टीम को थोड़ी राहत दिलाई, लेकिन अंत में 245 रन ही बनाए। भारत की गेंदबाज़ी में स्नेह राणा ने 9.2 ओवर्स में 4/38 की शानदार लीडरशीप की, जबकि श्वेता सिंगह ने 3 विकेट लिए। लंका की प्रमुख गेंदबाज़ सुगींदका कुमारी ने 2/59 पर समाप्त किया।
इसी मैच में क्रांति गौड का ODI डेब्यू भी हुआ, जो युवा पाकिस्तान-उत्पत्ति वाली बेटी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का पहला कदम बना।
भारत की कप्तान हर्मनप्रीत कौर ने कहा, "मंडाना की पारी ने टीम में आत्मविश्वास भर दिया। हमें इस जीत से मिले ऊर्जा को विश्व कप में ले जाना है।" दूसरी ओर, लंका की कोच डेनिस फ्रेइमी ने स्वीकार किया, "हमारे पास कई युवा खिलाड़ियां हैं, और यह हार हमें सुधार की दिशा में एक संकेत देती है।"
क्रिकेट विश्लेषक आशिष राज ने नोट किया, "ट्राय‑सिरीज़ ने टीम की ताकत और कमजोरी दोनों दिखा दी। भारत के टॉप ऑर्डर पर दबाव अभी भी है, लेकिन स्नेह राणा जैसी गेंदबाज़ों ने दिखा दिया कि मध्यक्रम में अपीयरेंस जरूरी नहीं।"
यह ट्राय‑सिरीज़ केवल तैयारी नहीं थी; यह भारतीय टीम के लिए रणनीतिक प्रयोग का मैदान भी रहा। कई खिलाड़ी, जिसमें मंडाना, राणा और गौड शामिल हैं, को बड़ी मातों के बाद भरोसा मिला। अगले महीने होने वाले विश्व कप में भारत को ग्रुप‑फ़ेज़ में मजबूत प्रदर्शन की उम्मीद है, खासकर जब उनका क्रमबद्ध बॅटिंग और तेज़ फील्डिंग दोनों ही परिपक्व हो चुके हैं।
श्रीलंका को इस हारी से सीख लेनी होगी कि घर की पिच पर भी कैसे सटीक योजना बनाकर बड़े स्कोर बनाएं। दक्षिण अफ्रीका के लिए यह अनुभव बताता है कि बैटिंग कंसिस्टेंसी में सुधार की जरूरत है।
उच्च दबाव वाले मैचों में शतक और चार विकेट जैसी व्यक्तिगत उपलब्धियां टीम के मनोबल को बढ़ाती हैं। धूपभरी पिच पर 342 रन बनाने से बॅटिंग क्रमबद्धता की जाँच हुई, और स्नेह राणा की गेंदबाज़ी ने मध्यक्रम में लीडरशिप की पुष्टि की। ये सब विश्व कप में संभावित रणनीति के आधार बनेंगे।
मंडाना ने 101 गेंदों में 116 रन बनाए, जिसमें 12 चौके और 6 छक्के शामिल हैं। यह उनका व्यक्तिगत सबसे बड़ा ODI स्कोर है और भारतीय महिला टीम का दूसरा सबसे ऊँचा व्यक्तिगत पारी बना।
स्टेडियम की लगभग पूरी क्षमता (35,000) भर चुकी थी। विशेषकर महिलाओं की बड़ी दर्शक संख्या ने माहौल को उत्साही बनाया, और कई दर्शकों ने सोशल मीडिया पर भारत टीम की जीत को "इंडियन रेज़िलिएंस" के रूप में सराहा।
गौड का ODI डेब्यू टीम में नई ऊँचाई को दर्शाता है। उनका चयन युवा प्रतिभा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाने की नीति को सपोर्ट करता है, जिससे भविष्य में भारत टीम के बॅटिंग विकल्पों में विविधता आएगी।
मुख्य पिच पर तेज़ बॅटिंग की कमी और मध्यक्रम की असंगति उनके मुख्य मुद्दे रहे। अब उन्हें अपने टॉप ऑर्डर को स्थिर करने और गेंदबाज़ी में अधिक वैरायटी लाने की जरूरत है, तभी वे विश्व कप में प्रतिस्पर्धी रहेंगी।
Bikkey Munda
17 अक्तूबर, 2025 . 22:03 अपराह्न
स्मृति मंडाना की जबरदस्त पारी ने भारत की बैटिंग लाइन‑अप की ताकत को फिर से सिद्ध किया। इस जीत से टीम का आत्मविश्वास बढ़ेगा, खासकर विश्व कप की तैयारी में। अगले मैचों में स्नेह राणा जैसी गेंदबाज़ों की भूमिका और महत्वपूर्ण होगी।