उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के फुलरई गांव में आयोजित एक धार्मिक 'सत्संग' के दौरान हुए भयंकर हादसे को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी मुस्तैदी से स्थिति का जायजा ले रहे हैं। इस भगदड़ में 60 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। बताया जा रहा है कि अधिक भीड़ और अनियंत्रित व्यवस्थाओं के कारण अचानक भगदड़ मच गई, जिससे लोगों की दम घुटने से मौत हो गई और उनकी लाशें एक के ऊपर एक पड़ी रहीं।
घटना के तुरंत बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार को तुरंत घटनास्थल पर भेजने का आदेश दिया। इसके साथ ही आगरा के एडीजी और अलीगढ़ के संभागीय आयुक्त की एक विशेष टीम बनाई गई है जो इस मामले की जांच कर रही है। टीम को 24 घंटे में अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए निर्देशित किया गया है। मुख्यमंत्री ने तीन मंत्रियों, मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ लगातार संपर्क में रहते हुए इस मामले की हर अपडेट ली है।
योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भी आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा और उनकी जवाबदेही तय की जाएगी। मुख्यमंत्री ने घटना के बाद अपने आवास पर वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक भी बुलाई है, जिसमें इस घटना के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।
फुलरई गांव के निवासियों ने इस हादसे को लेकर अपनी परेशानियों को व्यक्त किया है। गांव में आयोजित इस सत्संग के दौरान लोगों की संख्या काफी अधिक थी, जिससे व्यवस्थाएं अनियंत्रित हो गईं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को आयोजनों के लिए कड़े दिशा-निर्देश लागू करने चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिवारों को हरसंभव सहायता पहुंचाने का भी आश्वासन दिया है। इसके लिए उन्होंने जिला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पीड़ित परिवारों को तत्काल राहत प्रदान की जाए। हादसे में घायल हुए व्यक्तियों का इलाज कराने के लिए विशेष चिकित्सा टीमों को भी तैनात किया गया है।
इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इसे हाल के वर्षों में सबसे बड़ी त्रासदी के रूप में देखा जा रहा है। धार्मिक आयोजनों में इस तरह की भगदड़ की घटनाएं यदा-कदा होती रही हैं, लेकिन इस हादसे ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि प्रशासनिक व्यवस्थाओं में और सुधार कैसे किए जा सकते हैं।
इस भयंकर हादसे के बाद योगी सरकार द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई और जांच के निर्देशों को देखकर उम्मीद की जा रही है कि दोषियों को जल्द ही सजा मिलेगी और भविष्य में इस तरह के हादसे से सबक लिया जाएगा।