भारतीय क्रिकेट टीम के युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा लिया है। 23 वर्षीय पंत ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के दौरान एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। उन्होंने एक ही संस्करण में सबसे ज्यादा डिसमिसल्स करने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। यह रिकॉर्ड पहले ऑस्ट्रेलिया के महान विकेटकीपर एडम गिलक्रिस्ट के नाम था, जिनके नाम 9 डिसमिसल्स थे।
पंत ने अफगानिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच के दौरान तीन कैच पकड़े और इस प्रकार उनके कुल डिसमिसल्स की संख्या बढ़कर 10 हो गई। उन्होंने अफगानिस्तान के बल्लेबाज रहमनुल्लाह गुरबाज, गुलबदीन नैब, और नवीन उल हक को आउट किया। यह मैच 21 जून को एंटीगा के सर विवियन रिचर्ड्स स्टेडियम में खेला गया था, जिसमें भारत ने 47 रनों से जीत हासिल की।
ऋषभ पंत न केवल विकेटकीपिंग में, बल्कि बल्लेबाजी में भी अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित कर रहे हैं। उन्होंने चार पारियों में 116 रन बनाए हैं, उनका औसत 38.66 और स्ट्राइक रेट 131.81 है। भारत का अगला मुकाबला 22 जून को बांग्लादेश के खिलाफ है, जिसे लेकर पूरे टीम और फैन्स में खासा उत्साह है।
21 जून को खेले गए इस मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 181 रन बनाए, जिसमें पंत ने अहम भूमिका निभाई। अफगानिस्तान की टीम 134 रन ही बना सकी। भारतीय गेंदबाजों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया और विरोधी टीम को ज्यादा बड़ा स्कोर नहीं बनाने दिया। गेंदबाजी में भारत की तरफ से सभी ने मिलकर धावा बोला और मैच को 47 रनों से जीत लिया।
ऋषभ पंत के इस प्रदर्शन के बाद कई क्रिकेट विशेषज्ञों और पूर्व क्रिकेटरों ने उनकी तारीफ की है। सबका मानना है कि पंत में वो क्षमता है जो उन्हें भविष्य में क्रिकेट के महान खिलाड़ियों की श्रेणी में ले जाएगी। उनके इस रिकॉर्ड के बाद टीम इंडिया का मनोबल भी ऊँचा हुआ है और पूरी टीम आत्मविश्वास से सराबोर है।
भारत बांग्लादेश के खिलाफ 22 जून को खेलेगा। यह मुकाबला भी महत्वपूर्ण है क्योंकि जीतने पर टीम की सेमीफाइनल में पहुँचने की संभावना अधिक बढ़ जाएगी। क्रिकेट फैन्स पंत और टीम इंडिया के खेल को लेकर बहुत ही उत्साहित हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि टीम इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करेगी।
ऋषभ पंत ने न केवल रिकॉर्ड तोड़े बल्कि नए कीर्तिमान भी स्थापित किए हैं। उनकी इस काबिलियत और खेल के प्रति उनके दृढ़ संकल्प ने उन्हें इस ऊँचाई पर पहुँचाया है। अब सभी की निगाहें उनके और भारतीय टीम के अगले मैच पर हैं, जहां एक बार फिर उनकी काबिलियत और टीम के प्रदर्शन की परीक्षा होगी।