दुबई के एबु धाबी स्टेडियम में आयोजित एशिया कप 2025 के सुपर‑4 चरण का मैच पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच बड़े उत्साह के साथ शुरू हुआ। दोनों टीमों को अगले राउंड में जगह पक्की करने के लिए जीतना अनिवार्य था, इसलिए शुरुआती ओवर से ही खेल में तीव्रता देखी गई। पाकिस्तान की स्पिनर अब्रार अहमद ने शुरुआती ओवर में ही ट्विक्टोक गति से गेंदें चलाईं, जबकि श्रीलंका के ऑल‑राउंडर वानिंदु हैसारंगा को बॉलिंग के साथ-साथ बटिंग में भी जिम्मेदारी मिली थी।
मैच के पहले भाग में हैसारंगा ने एक पंचे पर सॉ‑स्लो स्वीप मारते हुए अपना जोखिम भरा शॉट खेला, पर वह गेंद के धागे में फंस गई और अब्रार ने उसे आउट कर दिया। इस आउट के बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच अगली कई होगीं घटनाओं की बुनियाद रखी गई।
अब्रार ने हैसारंगा को आउट करने के तुरंत बाद ही अपने हाथों से एक छोटा‑सा फोन‑कॉल इशारा किया – यह इशारा हैसारंगा का प्रसिद्ध जश्न है, जिसमें वह गेंद गिरते ही काल्पनिक फोन उठाकर कॉल करता है। इस नकल को कई दर्शकों ने चिढ़ाकर देखा और टिप्पणीकारों ने इसे “आक्रामक और उकसाने वाला” कहा।
हुसन्से भरा माहौल कुछ ही ओवर में बदल गया जब हैसारंगा ने फिर से गेंद के लिए मौका पकड़ा। इस बार उन्होंने अपनी टीम को एक शानदार सीमा मार कर पारी को बड़ा किया, और जब उन्होंने वीक़लेट के पीछे से आउट नहीं किया तो उन्होंने भी वही फोन‑कॉल इशारा किया, पर इस बार यह इशारा अब्रार की ओर तीखी नज़र से किया गया। इस छोटे‑से जश्न ने दोनों टीमों की बॉर्डरलाइन को आगे धकेल दिया।
इन घटनाओं के दौरान, दोनों टीमों में एक प्रकार का मनोवैज्ञानिक युद्ध देखने को मिला। पाकिस्तान ने अक्सर अपनी आक्रामक पॉलिसी को उजागर किया, जबकि श्रीलंका ने शांति और सूक्ष्म चतुराई से जवाब दिया। इस जश्न युद्ध ने न सिर्फ खेल की गति को तेज किया, बल्कि दर्शकों के बीच रक्त में भी उत्साह का संचार किया।