जब Novak Djokovic ने Learner Tien को 6-1, 7-6 (3), 6-2 से हराया, तो वह US Open के पहले राउंड में अपना 19-0 का रिकॉर्ड कायम कर गया। यह मैच US Open 2025Flushing Meadows के Arthur Ashe Stadium में शाम 8 बजे शुरू हुआ। 38 साल के सर्बियाई सेवनथ सीड को उम्र की झलक दिखी, पर वह फिर भी जीत के पलों को गढ़ लेता है।
डजोकविच ने शुरुआती सर्विस में अपनी तेज़ी दिखाई, पहला सेट सिर्फ 24 मिनट में 6-1 से समाप्त किया। दूसरा सेट लगभग एक घंटे लंबा रहा, जिसमें दोनों खिलाड़ियों ने कई लंबी रैलियों में लड़ाई की। तीसरे सेट में डजोकविच ने फिर से रफ़्तार पकड़ ली और 6-2 से जीत को पक्का किया।
शुरुआती सर्विस के साथ ही Novak Djokovic ने कोर्ट पर अपना बेज़ी मोड दिखाया। वह 30 सेकंड के भीतर दो ब्रेक ले चुका था, और तीसरी गेम तक टेनिस बॉल उसके हाथ से निकलती नहीं थी। टीएन की टिप्पणीकारों ने कहा, "डजोकविच की पहला सेट की शैली बिल्कुल पुराने दौर की तरह थी—क्लीन, परफ़ेक्ट और किसी भी शॉट से करेंट नहीं छोड़ती।"
यहाँ पर कहानी बदल गई। लगभग 30 मिनट के बाद डजोकविच को दो बार अपने घुटने पर हाथ रखे देखे गए, और लोग सोच रहे थे कि क्या वह बाएँ पैर की चोट के कारण परेशान है। टाई‑ब्रेक में उसे टाइम‑वायलेशन का सामना करना पड़ा, जिससे उसका पहला सर्विस कम हो गया। इस दौरान Learner Tien ने 3‑3 पर बराबरी कर ली, लेकिन डजोकविच ने अगले चार पॉइंट में दबदबा बनाया और सेट जीत लिया।
सेट के बाद डजोकविच को मेडिकल टाइम‑आउट मिला, जहाँ ट्रेनर ने उसके दाहिने बड़े पैर की ब्लिस्टर पर बैंडेज लगाया। यह उपचार मुख्य रूप से दाहिनी टॉ एंगल को ठीक करने के लिए था, जबकि बाएँ पैर की थकान अभी भी बरकरार थी।
तीसरे सेट की शुरुआत में डजोकविच का सर्विस टूट गया, लेकिन वह तुरंत ही पाँच लगातार गेम जीता और 6-2 से मैच समाप्त किया। इस जीत के साथ उसका 80वाँ जीत Arthur Ashe Stadium में दर्ज हो गया—एक आंकड़ा जिसे केवल रेफ़ायल नेडाल (64) और एंड्रू एगासी (41) जैसे दिग्गजों ने कभी छुआ नहीं था।
मैच के बाद डजोकविच ने कहा, "सच में, मैं Learner Tien की उम्र होना चाहता हूँ, पर ये मेरे बस की बात नहीं।" उन्होंने बताया कि उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं है, लेकिन लंबे रैलियों में ऊर्जा की कमी महसूस हुई। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर डजोकविच अपनी फिजिकल मैनेजमेंट में सुधार कर सके, तो वह अभी भी US Open के फाइनल तक पहुँचना संभव है।
वहीं कुछ विश्लेषकों ने चेतावनी दी है—वृद्धि के साथ तेज़ी, लचीलापन और रीकवरी की क्षमता धीरे‑धीरे घटती है। अगर यह पैटर्न जारी रहता है, तो अगली राउंड में युवा प्रतिद्वंद्वी अधिक भेदनीय हो सकते हैं।
अब डजोकविच को अगले राउंड में कौन मिला है, यह अभी तय नहीं हुआ। लेकिन एक बात तय है—उनका अनुभव और कोर्ट पर सामर्थ्य अभी भी कई विरोधियों से ऊपर है। यह मैच दिखाता है कि उम्र चाहे जितनी भी बढ़ जाए, दिमाग की तेज़ी और ग्रैंड स्लैम जीते हुए मनोवैज्ञानिक शक्ति को नहीं छोड़ा जा सकता।
डजोकविच का 19‑0 पहला‑राउंड रिकॉर्ड यह दर्शाता है कि वह शुरुआती चरण में कोई कमजोरी नहीं दिखा रहे। हालांकि, दूसरे सेट में दिखी थकान बताती है कि लंबी मैचों में उनकी स्टैमिना पर सवाल उठ सकता है। अगर वह अपनी फिजिकल मैनेजमेंट सुधारें, तो पांचवां टाइटल अभी भी संभव है।
Tien ने अपने तेज़ सर्विस और लंबी रैलियों में धैर्य दिखाया। टाई‑ब्रेक में वह डजोकविच के एक सर्विस को ब्रेक कर पाना उनका सबसे बड़ा मोमेंट था, जो दर्शाता है कि युवा खिलाड़ी उच्च-स्तरीय ग्रैंड स्लैम में खतरनाक हो सकते हैं।
यह जीत उन्हें पुरुषों में सबसे अधिक जीत वाला खिलाड़ी बनाती है, रॉजर फेडरर के 77 जीत को पीछे छोड़ते हुए। यह उपलब्धि दर्शाती है कि वह इस कोर्ट पर अपनी देहमी लहर को अभी भी बनाए रखे हुए हैं।
उनके दाहिने पैर की बड़ी उंगली में ब्लिस्टर था। ट्रेनर ने दुरुस्ति के लिए बैंडेज और एंटीसेप्टिक क्रीम लगाया, जिससे बॉटम फूट से बचाव हुआ और खिलाड़ी जल्दी से फिर से कोर्ट पर लौट आया।
दूसरे राउंड में उनका सामना संभावित रूप से 15‑सीड स्टीफ़न टेफ्लर या 22‑सीड सिएना अवेदानो से हो सकता है, जिनकी वर्तमान फॉर्म टॉप‑10 में है। दोनों ही खिलाड़ियों की ताक़त सर्विस और बैकहैंड है, जो डजोकविच के आक्रमक खेल को चुनौती दे सकते हैं।
Chinmay Bhoot
6 अक्तूबर, 2025 . 00:35 पूर्वाह्न
डजोकविच फिर भी हार नहीं मानता।
Raj Bajoria
6 अक्तूबर, 2025 . 22:48 अपराह्न
19‑0 का रिकॉर्ड बहुत प्रभावशाली है, लेकिन युवा खिलाड़ी भी हिम्मत नहीं हारते।
Simardeep Singh
7 अक्तूबर, 2025 . 21:02 अपराह्न
डजोकविच की जीत देख कर मन में एक अजीब सवाल उठता है – क्या ये सिर्फ शक्ति का खेल है या आत्मा की जंग?
टेनिस को अक्सर शारीरिक कल्याण से जोड़ा जाता है, पर कई बार दिमागी तंत्र ही जीत तय करता है।
जब वह कोर्ट पर आते हैं, तो लगता है जैसे समय खुद रुक जाता है और हवा भी उनके साथ ताल मिलाती है।
ऐसी धारणा बनती है कि उम्र तभी बंधक बनती है जब हम उसे मान लेते हैं।
इसलिए उनका 19‑0 रिकॉर्ड सिर्फ अंक नहीं, बल्कि एक विचार प्रयोग है।
Aryan Singh
8 अक्तूबर, 2025 . 19:15 अपराह्न
डजोकविच ने जो सर्विस ली थी वह वास्तव में बेज़ी थी, लेकिन दूसरे सेट में थोड़ा थकावट दिखी – फिर भी उनका रिज़ॉल्यूशन काबिले‑तारीफ़ है।
Poorna Subramanian
9 अक्तूबर, 2025 . 17:28 अपराह्न
पहले दो सेट में उनका खेल काफी बड़िया रहा, लेकिन मेडिकल टाइम‑आउट के बाद उनकी गति में हल्का गिरावट देखा गया।
फिर भी वह जल्दी ही फिर से कोर्ट पर लौटे और अपने अनुभव से खेल को नियंत्रित किया।
Soundarya Kumar
10 अक्तूबर, 2025 . 15:42 अपराह्न
US Open में ऐसा रिकॉर्ड बनाना आसान नहीं, खासकर जब युवा खिलाड़ी लगातार उभरते रहते हैं।
डजोकविच ने फिर से साबित किया कि अनुभव के साथ तकनीक का मेल कितना असरकारक हो सकता है।
Sudaman TM
11 अक्तूबर, 2025 . 13:55 अपराह्न
हो सकता है कि उनका फॉर्म फ़िज़िकल तौर पर थोड़ा गिर रहा हो, लेकिन उनका माइंडसेट अभी भी अनबीटेबल है! 😤💪
Rohit Bafna
12 अक्तूबर, 2025 . 12:08 अपराह्न
स्ट्रैटेजिक एंगल से देखें तो डजोकविच ने अपने सर्विस की वैरिएशन को इतनी अडैप्टेबल बनाया कि युवा प्रतिद्वंद्वी को उनके रिटर्न से निपटना मुश्किल हो गया।
जैसे ही उन्होंने दाहिनी पैर में ब्लिस्टर का इलाज करवाया, उनकी कोर्ट पर फोकस फिर से टॉप लेवल पर पहुँच गया।
Minal Chavan
13 अक्तूबर, 2025 . 10:22 पूर्वाह्न
इतिहास में डजोकविच का नाम हमेशा टॉप पर रहेगा, विशेषकर जब वे इस तरह के रिकॉर्ड तोड़ते रहेंगे।
Rajesh Soni
14 अक्तूबर, 2025 . 08:35 पूर्वाह्न
सच में, उनका 80वां जीत उनका बेस्ट नहीं है, परन्तु वह अब भी कई लोगों की अपेक्षाओं से ऊपर है।
Nanda Dyah
15 अक्तूबर, 2025 . 06:48 पूर्वाह्न
ध्यान देने योग्य बात यह है कि इस जीत से डजोकविच का पर्सनल बैंडविड्थ और मैनेजमेंट स्किल्स भी सामने आए हैं।
vikas duhun
16 अक्तूबर, 2025 . 05:02 पूर्वाह्न
जब तक उनका मेडिकल टाइम‑आउट ठीक नहीं हुआ, उनके शॉट की पावर थोड़ा डिमिनिशन दिखी, लेकिन फिर उन्होंने हार नहीं मानी।
Nathan Rodan
17 अक्तूबर, 2025 . 03:15 पूर्वाह्न
डजोकविच की इस जीत में कई बातें छुपी हुई हैं जो अक्सर नजरअंदाज़ हो जाती हैं।
पहली बात यह कि उनका फिजिकल कंडीशन अभी भी प्रतिस्पर्धी स्तर पर है, क्योंकि उन्होंने लगातार लंबे रैली को सहा।
दूसरी बात यह कि उनका स्टीमिंग स्ट्रैटेजी, यानी खेल में निरंतर प्रेशर बनाये रखना, आज के युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा चुनौती है।
तीसरे चरण में उनके कोच की भूमिका भी अहम रही, क्योंकि मेडिकल टाइम‑आउट के दौरान वह तुरंत उपाय कर पाए।
इस प्रकार, टीमवर्क और व्यक्तिगत मेहनत का मेल ही उन्हें इस स्तर पर ले गया है।
KABIR SETHI
18 अक्तूबर, 2025 . 01:28 पूर्वाह्न
बिलकुल सही, लेकिन यही बात भी जोड़नी चाहिए कि उनका माइंडसेट ही असली कुंजी है; जब तक वह दृढ़ रहता है, तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं लगती।
rudal rajbhar
18 अक्तूबर, 2025 . 23:42 अपराह्न
डजोकविच ने पहले राउंड में अपना अद्भुत फ़ॉर्म दिखाया।
उनका सर्विस तेज़ और सटीक था, जिससे प्रतिद्वंदी को परेशानी हुई।
दूसरे सेट में थकान के संकेत दिखे, लेकिन उन्होंने लड़ाई नहीं छोड़ी।
मेडिकल टाइम‑आउट के बाद भी वे कोर्ट पर वापस आए और मानसिक शक्ति दिखायी।
यह दिखाता है कि उम्र के साथ भी मन की दृढ़ता कभी नहीं घटती।
टेनिस में अनुभव अक्सर युवा ऊर्जा को मात देता है।
डजोकविच ने अपने रैंप अप को अच्छी तरह नियंत्रित किया।
उन्होंने बार-बार बॉल को कोरट के अंदर रख कर विरोधी को मजबूर किया।
उनके बैकहैंड शॉट की गति अभी भी उत्तम है।
इस जीत से उनके 80वें एर्थर एश स्टेडियम जीत का दर्जा और मजबूत हुआ।
फेडरर के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ना उनके लिए ऐतिहासिक माइलस्टोन है।
यदि वे फिटनेस पर ध्यान देते रहें तो आगे के राउंड भी सहज होंगे।
फिर भी टेनिस एक अनपेक्षित खेल है, छोटे-छोटे मोड़ जीत को बदल सकते हैं।
युवा प्रतिद्वंद्वी उन बिंदुओं पर फायदा उठा सकते हैं जहाँ डजोकविच थकते हैं।
कुल मिलाकर, डजोकविच का प्रदर्शन अभी भी शीर्ष स्तर पर है और उन्हें सम्मान देना चाहिए।
tanay bole
19 अक्तूबर, 2025 . 21:55 अपराह्न
सही कहा, लेकिन यह भी याद रखना चाहिए कि प्रत्येक सेट में उनका बर्नआउट मैनेजमेंट तकनीकी रूप से काफी परिपक्व है।
shefali pace
20 अक्तूबर, 2025 . 20:08 अपराह्न
डजोकविच की इस जीत से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि उम्र कोई बाधा नहीं, बल्कि एक अतिरिक्त लाभ हो सकता है।
sachin p
21 अक्तूबर, 2025 . 18:22 अपराह्न
बिल्कुल, उनका अनुभव और लगातार सुधार उनका सबसे बड़ा हथियार है।
sarthak malik
22 अक्तूबर, 2025 . 16:35 अपराह्न
साथ ही, वह युवा प्रतिद्वंद्वियों को भी बताते हैं कि लगातार मेहनत से किसी भी बाधा को पार किया जा सकता है, चाहे उम्र कुछ भी हो।