यह्या सिनवार, हमास के उच्चतम नेताओं में से एक, उनके निधन की खबर ने एक बार फिर से मध्य पूर्व में तनाव को बढ़ा दिया है। गाज़ा में जन्मे यह्या सिनवार ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे और वह हमास के प्रमुख चेहरों में से एक रहे। 1962 में गाज़ा के खान यूनिस में जन्में सिनवार ने जल्द ही राजनीतिक सक्रियता में हिस्सा लिया और 1980 के दशक के अंत में हमास में शामिल हो गए।
सिनवार की जिंदगी में महत्वपूर्ण मोड़ आया जब उन्हें 1989 में इजरायली सेना ने गिरफ्तार किया। उन पर मिलिटेंट गतिविधियों में संलिप्तता का आरोप लगा और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। लेकिन 2011 में, एक बड़े कैदी विनिमय समझौते के तहत, उन्हें रिहा कर दिया गया। यह वह समय था जब इजरायली सैनिक गिलाद शलीत की रिहाई के लिए यह समझौता हुआ।
फरवरी 2017 से गाज़ा पट्टी में हमास का नेतृत्व संभालने वाले यह्या सिनवार ने अगस्त 2024 में हमास पोलिटिकल ब्यूरो के चेयरमैन का पद संभाला। उनकी प्रमुखता लगभग इस्माइल हनीयेह के बाद के समय तक रही। सिनवार ने हमास के कई आंदोलनों का नेतृत्व किया और गाज़ा से इजरायल विरोधी अभियान चलाया।
सिनवार अक्सर अपनी विवादास्पद गतिविधियों के लिए जाने जाते थे। उन्हें 'द बुचर ऑफ खान यूनिस' के नाम से भी जाना जाता था, क्योंकि उन्हें 12 संदिग्ध सहयोगियों की हत्या करने के मामले में लिप्त पाया गया था। अक्टूबर 7 को इजरायल पर हुए हमले के पीछे उनका हाथ बताया जाता है, जिसमें 1,200 इजरायली नागरिकों की जान गई थी और इसके बाद गाज़ा में भीषण युद्ध हुआ, जिसमें 40,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए।
सिनवार की मौत की अफवाहें तब फैल गईं जब इजरायली अधिकारी उन्हें पिछले हमलों के बाद से लापता मानने लगे। इजरायली पत्रकार बेन कस्पित के अनुसार, उनके पास सिनवार के गायब होने और पुनः प्रकट होने के इतिहास होने के कारण उनकी मौत की संभावना कम मानी गई। हालांकि, 17 अक्टूबर, 2024 को इजरायली विदेश मंत्री इस्राइल कट्ज ने यह आधिकारिक पुष्टि की कि सिनवार की गाज़ा में मौत हो गई है।
इस खबर के साथ ही मध्य पूर्व में तनाव और बढ़ गया है। ईरान के मिसाइल हमले ने इजरायल पर जवाबी कार्रवाई का संकेत दिया है। ईरान की रेवोल्यूशनरी गार्ड्स के कमांडर ने इजरायल को चेतावनी दी है कि किसी भी आक्रमण का दर्दनाक उत्तर दिया जाएगा। इस बीच, मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सीसी ने तनाव को और बढ़ने से रोकने के लिए संयम का आह्वान किया है।