When working with Prelims Exam, प्रीलिम्स परीक्षा का पहला चरण होता है जिसमें कई सामाजिक और सरकारी नौकरी वाली प्रतियोगी परीक्षाएँ अपनी प्रारम्भिक छंटनी करती हैं. Also known as Preliminary Examination, it determines who moves forward to the मुख्य या फाइनल राउंड। इस चरण को समझना तब जरूरी हो जाता है जब आप UPSC, SSC या बैंकिंग पो जैसी बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हों।
Prelims Exam का सबसे बड़ा भागीदार SSC, स्टाफ सिलेक्शन कमीशन द्वारा आयोजित विभिन्न स्तर की सरकारी नौकरी परीक्षाएँ है। 2025 में SSC ने अपनी परीक्षा पैटर्न में कई बदलाव किये – 100‑किमी सेंटर नीति, डिस्क्रिप्टिव पेपर जोड़ना, और Tier‑I की अवधि घटाना। ये परिवर्तन सीधे Prelims Exam की तैयारी को प्रभावित करते हैं क्योंकि अब प्रश्नों की शैली और समय प्रबंधन अलग हो जाता है।
दूसरा प्रमुख इकाई UPSC, उच्च आयुक्त द्वारा आयोजित भारतीय सिविल सेवा परीक्षा है। UPSC के Prelims में दो पेपर (जनरल स्टडीज और CSAT) होते हैं, जिसमें शुद्ध उत्तरों की संख्या स्कोर को तय करती है। इस वर्ष के सिलेबस में नई आर्थिक रिपोर्टें, पेटीशन और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के प्रश्न शामिल हैं, जिससे अभ्यर्थियों को रोज‑रोज़ अपडेटेड एनालिटिकल स्किल्स पर काम करना पड़ता है।
बैंकिंग सेक्टर की Banking Exam, प्रीलिम्स चरण में तर्क, गणित और सामान्य ज्ञान के प्रश्नों का मिश्रण भी Prelims Exam के भीतर एक महत्वपूर्ण सब‑टॉपिक है। कई निजी एवं सार्वजनिक बैंक अब ऑनलाइन टेस्टिंग प्लेटफ़ॉर्म अपनाते हैं, जिससे टेस्ट‑ड्रिल्स की आवृत्ति बढ़ी है। इस बदलाव का मतलब है कि मॉक टेस्ट और टाइम‑टेबल मैनेजमेंट पहले से ज़्यादा अहम हो गया है।
इन सभी परीक्षाओं की तैयारी में एक सामान्य आरम्भिक बिंदु Prelims Exam है – चाहे आप SSC की नई 100‑किमी नीति को समझ रहे हों या UPSC के CSAT की जटिलता को हल कर रहे हों। एक प्रभावी Study Strategy, सही समय‑सारणी, नोट‑टेकिंग और रेवन्यूलिंग तकनीकें अपनाना चाहिए। उदाहरण के तौर पर, दैनिक समाचार और आर्थिक डेटा को 15‑मिनट के ‘स्मार्ट स्नैपशॉट’ में संकलित करना, और फिर सप्ताह के अंत में उस सामग्री को MCQ फॉर्म में बदलना, एक सिद्ध तरीका है जो दोनों SSC और UPSC के Prelims के लिये काम करता है।
साथ ही, मॉक टेस्ट की भूमिका को कभी कम नहीं आँकना चाहिए। 2025 में कई संस्थानों ने एआई‑आधारित एनालिटिक्स टूल्स को इंटीग्रेट किया है, जिससे आपके गलत जवाबों की पैटर्न पहचानना आसान हो गया है। यह टूल विशेष रूप से बैंकिंग प्री‑लिम्स में उपयोगी है जहाँ तेज़ निर्णय लेने की क्षमता मायावी बन जाती है।
सभी इन कारकों को ध्यान में रखते हुए, नीचे दिए गए लेखों में आपको नवीनतम परीक्षा अपडेट, रणनीति गाइड और विशेषज्ञों की राय मिलेंगी। चाहे आप अभी तैयारी की शुरुआत कर रहे हों या अंतिम चरण में हों, इस पेज की सामग्री आपके Prelims Exam की समझ को गहरा करेगी और आपकी सफलता की राह को स्पष्ट करेगी। अब आगे के लेखों को पढ़िए और अपने लक्ष्य की ओर एक कदम और करीब पहुंचिए।
IBPS ने 24 सितंबर को क्लर्क 2025 अडमिट कार्ड जारी किया। परीक्षा 4, 5 और 11 अक्टूबर को आयोजित होगी। PET प्रशिक्षण के कॉल लेटर भी उपलब्ध हैं। उम्मीदवारों को आधिकारिक साइट से हॉल टिकट डाउनलोड करके रंगीन प्रिंट लेकर परीक्षा स्थल पहुँचना अनिवार्य है। हार्ड कॉपी डाक से नहीं भेजी जाएगी।
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