राष्ट्रपति चुनाव: प्रक्रिया, उम्मीदवार और ताज़ा ख़बरें

जब आप राष्ट्रपति चुनाव, भारत के राष्ट्रपति पद के लिए आयोजित राष्ट्रीय स्तर का चयन प्रक्रिया है। इसे अक्सर "राष्ट्रपति पद के लिए मतदान" कहा जाता है और यह भारत के संविधान द्वारा निर्धारित एक विशेष प्रक्रिया है। इस चुनाव में राष्ट्रपति पद की नियुक्ति, उम्मीदवारों का चयन, और वोटिंग की तकनीक शामिल होती है।

इस प्रक्रिया की निगरानी चुनाव आयोग, निर्वाचित अधिकारियों की स्वतंत्र संस्था जो मतदान, गिनती और घोषणा को नियंत्रित करती है करती है। चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक चरण पारदर्शी और वैध हो। साथ ही, प्रत्येक उम्मीदवार, वो व्यक्ति या पार्टी जो राष्ट्रपति पद के लिए प्रतिस्पर्धा करता है को गठित दलों या व्यक्तिगत रूप से पंजीकरण करना पड़ता है, और उन्हें निर्धारित मानदंडों को पूरा करना आवश्यक है। वोटिंग पद्धति में पार्लमेंट के दोनों सदनों के सदस्यों—लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य, साथ ही राज्य विधानसभाओं के सदस्य—को इलेक्ट्रॉनिक गनोटिंग (EVM) या पेपर बैलट से अपना वोट डालना होता है।

मुख्य पहलू और प्रभाव

राष्ट्रपति चुनाव के प्रमुख चरणों में निर्धारित तिथि, नामांकन प्रक्रिया, मतदान और परिणाम घोषणा शामिल हैं। सबसे पहले, चुनाव आयोग तिथि तय करता है और सभागार को सूचित करता है। फिर, राजनीतिक पार्टियों या स्वतंत्र उम्मीदवारों को नामांकन फॉर्म जमा करने होते हैं, जिसमें न्यूनतम समर्थन ब्योरे (मोशन) की आवश्यकता होती है। इसके बाद, गिनती के बाद, अधिकांश मामलों में बहुमत वाला उम्मीदवार ही राष्ट्रपति बनता है, क्योंकि विधायी सभाओं के वोट गणना में वजन का समायोजन किया जाता है।

वोटिंग का तरीका भी समय के साथ बदल रहा है। पहले पेपर बैलट उपयोग होता था, लेकिन अब इलेक्ट्रॉनिक गनोटिंग की ओर रुख बढ़ रहा है, जिससे गिनती तेज़ और त्रुटियों की संभावना कम होती है। इस बदलाव से चुनाव आयोग को अलग-अलग राज्य कांग्रेसों के वोटों को समान रूप से समायोजित करने में मदद मिलती है, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर एक समान परिणाम निकलता है। साथ ही, सामाजिक मुद्दे—जैसे धर्मनिरपेक्षता, राष्ट्रीय सुरक्षा, और आर्थिक नीति—अक्सर उम्मीदवारों के मंच पर प्रमुख बनते हैं और मतदान के निर्णय को प्रभावित करते हैं।

नीचे आप विभिन्न समाचार लेखों, विश्लेषणों और ताज़ा अपडेट्स की एक क्यूरेटेड लिस्ट पाएँगे, जो राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी विभिन्न कोनों को कवर करती हैं—उम्मीदवार प्रोफ़ाइल, चुनाव आयोग के निर्णय, मतदान प्रक्रिया के तकनीकी पहलू और पिछले चुनावों की तुलना। इन लेखों को पढ़ते हुए आप इस महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गहराई से समझ पाएँगे।

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