जब आप रूस ड्रोन रक्षा, रूस द्वारा विकसित किया गया सिस्टम है जो शत्रु ड्रोन को पहचान कर नष्ट करता है. Also known as Russian Drone Defense, it भौगोलिक और इलेक्ट्रॉनिक उपायों से आकाशीय ख़तरों को रोकता है.
रूस ड्रोन रक्षा के केंद्र में ड्रोन, वायरलेस उड़ान वाले पलग़रुपी उपकरण, जो निगरानी से लेकर निष्ठुर हमले तक विभिन्न भूमिकाएँ निभाते हैं आते हैं। इनकी तेज़ी और किफ़ायती लागत ने सैन्य रणनीति में बदलाव लाया है, इसलिए उनकी रोकथाम को प्राथमिकता दी जाती है। भारत या यूक्रेन जैसे क्षेत्रों में ड्रोन की बढ़ती भूमिका ने एंटी‑ड्रोन उपायों को अनिवार्य बना दिया है।
ड्रोन को रोकने के लिए रक्षा प्रणाली, सेन्सर, रडार, इलेक्ट्रॉनिक जॅमिंग और इंटरसेप्टर का संगठित सेट अपनाई जाती है। रडार लक्ष्य की ऊँचाई, गति और दिशा को मापता है, फिर जॅमर्स सिग्नल को बाधित कर ड्रोन को बेअसर बनाते हैं। यदि जॅमिंग असफल हो, तो सतह‑से‑हवा (SAM) मिसाइलें सीधे लक्ष्य को मार देती हैं। इस क्रम को अक्सर ‘पत्ता‑पहचान‑जॅम‑इंटरसेप्शन’ कहा जाता है – एक स्पष्ट सेमांटिक त्रिपल।
एक और महत्वपूर्ण घटक एंटी‑ड्रोन तकनीक, रडार‑आधारित डिटेक्शन, लैक्टिक‑स्पेक्ट्रा जॅमिंग और सॉफ़्टवेयर‑आधारित लक्ष्य ट्रैकिंग है। यह तकनीक पारंपरिक वायु रक्षा को पूरक बनाकर सुरक्षा परतें जोड़ती है। उदाहरण के तौर पर, S‑400 प्रणाली में एंटी‑ड्रोन मॉड्यूल शामिल हैं, जो बड़े रेंज पर छोटे UAV को भी पकड़ सकते हैं। इस तरह रूस का लक्ष्य सिर्फ पायलट‑से‑टार्गेट नहीं, बल्कि सिग्नल‑से‑सिग्नल को भी नियंत्रित करना है।
रूस ड्रोन रक्षा सिर्फ तकनीकी नहीं, बल्कि रणनीतिक भी है। यह रूस ड्रोन रक्षा रक्षा मंत्रालय की नीति में आगे बढ़ता है, जिससे भारत या यूरोप के ग्राहकों को आकर्षित किया जा सके। एंटी‑ड्रोन उपायों का व्यापक उपयोग, साइबर सुरक्षा के साथ एकीकृत, भविष्य की हाइब्रिड युद्ध स्थितियों में अनिवार्य हो जाएगा। अब आप नीचे की सूची में उन लेखों को देख सकते हैं जो ड्रोन पहचान, जॅमिंग तकनीक, और रडार इंटीग्रेशन पर गहराई से चर्चा करते हैं।
यूक्रेन ने मंगलवार की सुबह मास्को और रूस के अन्य हिस्सों पर बड़ा ड्रोन हमला किया। रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि 144 ड्रोन गिराए गए, जिनमें से 20 मास्को के पास थे। इस हमले में एक महिला की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हो गए।
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