रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में अमेरिकी राजनीति में हलचल मचा दी जब उन्होंने डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति उम्मीदवार कमला हैरिस को समर्थन देने की घोषणा की। पुतिन ने यह घोषणा व्लादिवोस्तोक में एक आर्थिक मंच पर की, जहां उन्होंने मजाक में कहा कि रूस हैरिस का समर्थन करेगा क्योंकि उनकी 'संक्रामक' हंसी रूस के लिए फायदेमंद हो सकती है। पुतिन ने यह भी कहा कि हैरिस की हंसी संकेत देती है कि वह अच्छा कर रही हैं और संभावित रूप से रूस पर अधिक प्रतिबंध नहीं लगाएंगी।
पुतिन ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की आलोचना की, जिन्होंने अपने राष्ट्रपति काल में रूस पर असंख्य प्रतिबंध लगाए थे। पुतिन ने यह भी उल्लेख किया कि उनका 'पसंदीदा' उम्मीदवार शुरू में राष्ट्रपति जो बाइडन थे, लेकिन चूंकि बाइडन अब चुनावी दौड़ में नहीं हैं, इसलिए वह बाइडन की सिफारिश पर हैरिस का समर्थन करेंगे।
अमेरिकी अधिकारियों ने पुतिन की टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि पुतिन को अमेरिकी चुनावों में किसी भी उम्मीदवार का समर्थन नहीं करना चाहिए। यह पहली बार नहीं है जब पुतिन ने अमेरिकी राष्ट्रपति उम्मीदवारों पर अपने विचार व्यक्त किए हैं; उन्होंने 2016 के अभियान के दौरान ट्रम्प की प्रशंसा की थी और ट्रम्प के अभियान का समर्थन करने के लिए हैकिंग और सोशल मीडिया ऑपरेशन्स को अधिकृत किया था।
पुतिन की वर्तमान टिप्पणियों के बावजूद, कई अमेरिकी अधिकारी मानते हैं कि मास्को अभी भी ट्रम्प को प्राथमिकता देता है, जिन्होंने पुतिन की सराहना की है और यूक्रेन को दी जाने वाली सहायता को कम करने का सुझाव दिया है। बाइडन प्रशासन ने हाल ही में 2024 के अमेरिकी चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से एक रूसी दुष्प्रचार अभियान को लक्षित करने वाले नए प्रतिबंधों की घोषणा की है।
यह विडंबना की बात है कि एक ओर पुतिन हैरिस को समर्थन देने की बात कर रहे हैं, जबकि दूसरी ओर अमेरिका रूस पर नए प्रतिबंध लगाने की तैयारी में है। यह मुद्दा भविष्य में अमेरिका और रूस के बीच संबंधों में और अधिक तनाव पैदा कर सकता है।
पुतिन की टिप्पणी और समर्थन से यह स्पष्ट है कि वैश्विक राजनीति में विभिन्न दृष्टिकोण और नीतियां प्रमुख भूमिका निभाती हैं। अमेरिकी चुनाव में विदेशी नेताओं की टिप्पणी और प्रतिक्रिया हमेशा जटिलताओं और विचारों की एक नई परत जोड़ती है। अमेरिकी जनता को यह निर्णय़ लेना होगा कि वे किसे अपने अगले राष्ट्रपति के रूप में देखना चाहते हैं, लेकिन निश्चित रूप से पुतिन की प्रतिक्रिया ने इस चर्चा को एक नया मोड़ दे दिया है।