नासा की मशहूर अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने 19 सितंबर 2024 को अपने जीवन के 59 वर्ष पूरे किए। इस खास अवसर को उन्होंने धरती से बहुत दूर, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर मनाया। यह सुनीता का तीसरा अंतरिक्ष मिशन है और इस मिशन के दौरान भी उनका योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण है।
सुनीता विलियम्स ने अपने जन्मदिन के विशेष मौके पर आनन्द मनाने के बजाय महत्वपूर्ण मरम्मत कार्य और वैज्ञानिक अनुसंधान को अपनी प्राथमिकता बनाई। उन्होंने साथी अंतरिक्ष यात्री डॉन पेटिट के साथ मिलकर अंतरिक्ष स्टेशन के वेस्ट और हाईजीन कम्पार्टमेंट में फिल्टर को बदला। इस क्षेत्र को ज्यादा ताजगी के लिए सिकाई जाती है और यह काम आईएसएस में सुरक्षित और स्वस्थ जीवन के लिए बहुत जरूरी है।
इसके अलावा, सुनीता और डॉन ने ह्यूस्टन स्थित मिशन कंट्रोल के साथ एक कॉन्फ्रेंस में भाग लिया जिसमें मिशन के मौजूदा उद्देश्यों और आगामी कार्यों पर चर्चा की गई। इस कॉन्फ्रेंस में बाररी विलमोर और फ्रैंक रुबियो भी शामिल हुए।
सुनीता का जन्मदिन और भी खास हो गया जब भारतीय संगीत कंपनी सरेगामा ने उन्हें एक संगीतमय श्रद्धांजलि दी। सोनू निगम, शान, हरीहरन और नीति मोहन जैसे मशहूर गायकों ने मिलकर मोहम्मद रफी द्वारा गाए गए क्लासिक बर्थडे सॉन्ग 'बार बार दिन ये आए' का विशेष रेंडिशन पेश किया। सरेगामा ने इस वीडियो को अपने इंस्टाग्राम पर साझा किया जिसमें फिल्म निर्माता करण जौहर ने भी सुनीता को विशेष बधाइयाँ दीं।
सुनीता विलियम्स का जन्म 19 सितंबर 1965 को यूक्लिड, ओहियो में हुआ था। 1983 में उन्होंने यूएस नेवल अकादमी में दाखिला लिया और 1987 में एंसाइन के रूप में कमीशन प्राप्त किया। 1993 में उन्होंने नेवल टेस्ट पायलट की भूमिका निभाई और 30 से अधिक विभिन्न प्रकार के विमानों में उड़ान भरते हुए 2,770 से अधिक घंटे की उड़ानें दर्ज कीं।
सुनीता 1998 में नासा के अंतरिक्ष यात्री कार्यक्रम में शामिल हुईं और फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री प्राप्त की। उन्होंने STS-116 मिशन के दौरान 29 घंटे से अधिक की स्पेसवाकस के रिकॉर्ड बनाए और 195 दिनों से ज्यादा समय तक ऑर्बिट में रहीं।
सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष यात्राओं की श्रेणी में शामिल हैं उनकी दूसरी स्पेस मिशन Soyuz TMA-05M, जिसमें उन्होंने एक्सपेडिशन 32 से बतौर फ्लाइट इंजीनियर और बाद में एक्सपेडिशन 33 के कमांडर के रूप में भाग लिया। 2012 में उन्होंने आईएसएस के बाहर 50 घंटे से अधिक के विभिन्न अंतरिक्ष वॉक का समापन किया। उन्होंने आईएसएस पर रहकर ही बिशन माराथन को पूरा किया।
2015 में सुनीता विलियम्स ने नासा के कमर्शियल क्रू कार्यक्रम में हिस्सा लिया, जिसका उद्देश्य प्राइवेट स्पेसक्राफ्ट्स को आगे बढ़ाना था। 2024 में उन्होंने बोइंग के सीएसटी-100 स्टारलाइनर के पहले क्रूड टेस्ट फ्लाइट को पायलट किया और आईएसएस के साथ सफलतापूर्वक डॉकिंग की।
सुनीता का वर्तमान मिशन जून 2024 में शुरू हुआ था और इसे तकनीकी समस्याओं के कारण बढ़ाकर फरवरी 2025 तक किया गया है। इस विस्तार के दौरान, सुनीता ने कई महत्वपूर्ण कार्य और अनुसंधान के लिए अपने समय को समर्पित किया।
सुनीता विलियम्स के 59वें जन्मदिन ने न सिर्फ अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर, बल्कि पृथ्वी पर भी उन सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनकर खास तरीके से मनाया गया। उनकी अविरत मेहनत और धैर्य ने उन्हें एक उदाहरण के रूप में स्थापित कर दिया है।