दोनों टीमों के बीच Asia Cup 2025 के इस रोमांचक मिलन में श्रीलंका ने सात वीकेट से जीत पक्की कर ली। अफ़ग़ानिस्तान ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में 169/8 बनाकर अपने इछित लक्ष्य को करीब लाया, जबकि श्रीलंका ने उसे 171/4 से केवल 18.4 ओवर में पीछे छोड़ दिया। खेल का माहौल तंग था, लेकिन घड़ी के साथ स्कोरबोर्ड ने दिखाया कि कौन‑से खिलाड़ी इस जीत का कारण बने।
अफ़ग़ानिस्तान के लिए सबसे बड़ा बुलावे मोहम्मद नबी ने दिया, जिन्होंने 22 गेंदों में 60 रन बनाकर चारों ओर से पाँच छक्के और कई चौके मारकर टीम को एक प्रतिस्पर्धी कुल बनवाया। उनका सहयोग कई छोटे‑छोटे अँडरॉइंग रन ने किया, जिसमें रहमानुल्ला गुरबाज़ का 28 रन का योगदान शामिल था। यह ताबूत टीम को 170 के करीब ले गया, लेकिन रोमांच तब तक जारी रहा जब तक अंतिम ओवर में स्पिन और पेस दोनों ने अपने‑अपने रोल निभाए।
श्रीलंका की बॉलिंग लाइन‑अप ने इस मैच में अनुशासन और विविधता दोनों को दिखाया। नुवन थुशारा ने अपनी चार ओवर में केवल 18 रन देकर 4 विकेट लिए – यह बौंटी उस रात की सबसे किफ़ायती साबित हुई। दुष्मंथ चमेड़ा ने 4 ओवर में 50 रन देकर एक ही विकेट हासिल किया, लेकिन उनके द्वारा ली गई सीमा के पास की डाइविंग कैच ने दर्शकों को झुका दिया। अन्य गेंदबाज, जैसे डुनीथ वेल्लाजे (4 ओवर, 49/1) और दासुन शानाका (4 ओवर, 29/1), ने भी महत्त्वपूर्ण ओवर चलाए। कासुन राजीथा और माथेशा पठिराना ने अपने-अपने वैरिएशन से बॉल को घुमाया, जबकि वानिंदु हसरंगा ने स्पिन में नियंत्रण दिखाया।
श्रीलंका की बैटिंग ने लक्ष्य को आसान बनाया। ओपनर ने शुरुआती ओवर में गति बटोरी, जबकि मध्यक्रम के बल्लेबाज़ों ने तेज़ी से 9.16 रन प्रति ओवर की दर से स्कोर बढ़ाया। करीबी 50 रन का टार्गेट बनाते हुए, चार विकेट गिरने के बाद भी टीम ने आराम से 171 रन जमा कर लिया। इस जीत से श्रीलंका को आगे के चरण में बेहतर आत्मविश्वास मिला, जबकि अफ़ग़ानिस्तान को अपने फाइनल ओवर रणनीति में सुधार की जरूरत स्पष्ट हुई।
खेल के आँकड़े को समझाने के लिये नीचे प्रमुख बॉलिंग आँकड़े सूचीबद्ध हैं:
मैच के प्रमुख क्षणों में चमेड़ा की सीमा पर ली गई शानदार कैच, नबी की 60‑रन ताबूत और थुशारा की चार‑विकेट बौंटी का उल्लेखनीय रहा। इस जीत के बाद श्रीलंका अपने अगले समूह मैच में आगे बढ़ने की राह पर है, जबकि अफ़ग़ानिस्तान को अपनी रिटर्न स्ट्रैटेजी को फिर से तैयार करना पड़ेगा।