जब केरल स्टेट लॉटरी विभाग ने Samrudhi SM-11 लॉटरी ड्रॉ के परिणाम प्रकाशित किए, तो पूरे राज्य में रोमांच की लहर दौड़ गई। यह ड्रॉ थारा गॉर्की भवन, बेकरी जंक्शन, थिरुवनन्तपुरम में 13 जुलाई 2025 को दोपहर 3 बजे हुआ। सबसे बड़ी खुशी सुरेश कुमार एम, एजेंसी नंबर K 5921 के एजेंट, को मिली, जिनके माध्यम से कोट्टायाम में बेचा गया टिकट MD 395492 ने एक करोड़ रुपये का ग्रा̈ंड प्राइज़ जीत लिया।
केरल में लॉटरी खेल का इतिहास 1960 के दशक से शुरू होता है, जब सरकार ने सामाजिक कल्याण योजनाओं के लिए अतिरिक्त आय उत्पन्न करने के उद्देश्य से अनुदानित लॉटरी शुरू की। Samrudhi श्रृंखला, जो हर रविवार आयोजित होती है, राज्य के सबसे भरोसेमंद खेलों में से एक बन गई है। पिछले कुछ वर्षों में इस श्रृंखला ने कई बड़े पुरस्कार दिए हैं, जिससे भागीदारी में निरंतर वृद्धि हुई है।
ड्रॉ के दौरान आधिकारिक प्रतिनिधियों ने पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कई चरणों का पालन किया। पहले, टिकटों की शुद्धता जांची गई, फिर दो स्वतंत्र चार्टर्ड एकाउंटेंट ने नंबरों को मिलाया। अंत में, सबके सामने घूमती हुई बॉल मशीन से 13 जुलाई 2025 को पहली बार नंबर निकले। इस दिन के परिणाम नीचे सारांशित हैं:
कोट्टायाम के एक छोटे किराने की दुकान के पास बैठे सुरेश कुमार ने बताया कि उन्हें कब पता चला कि उनका टिकट जीत गया: “जैसे ही मैंने नंबर देखा, दिल धड़का, और मैं तुरंत अपने परिवार को बुलाया।” उन्होंने बताया कि उनके परिवार ने अब इस बड़े इनाम को घर की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। वहीं, पलक्कड़ में विक्रेता वीरन साहिब ने कहा, “मैं रोज़गार सृजन के लिए इस इनाम को निवेश करना चाहता हूँ, ताकि युवा लोग अपना व्यवसाय शुरू कर सकें।” मैनंथावडी के सनीश पी ने आजीविका के लिए इस रकम को खेती के लिए आधुनिक उपकरण खरीदने में लगाने की बात कही।
इन व्यक्तिगत कहानियों के अलावा, इनाम की घोषणा से राज्यभर के छोटे-छोटे व्यवसायियों में भी उम्मीद जग गई है, क्योंकि लॉटरी का हिस्सा सामाजिक विकास और पुनर्निर्माण में प्रत्यक्ष योगदान देता है।
केरल लॉटरी विभाग ने स्पष्ट किया कि ₹5,000 से कम के इनाम किसी भी अधिकृत लॉटरी शॉप पर तुरंत मिल सकते हैं। लेकिन ₹5,000 से अधिक के लिए, जीतने वाले को अपना टिकट बैंक या सरकारी लॉटरी कार्यालय में लेकर जाना होगा, साथ ही पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस) प्रस्तुत करना अनिवार्य है। जमा करने के बाद, निरीक्षण के बाद राशि को खाता में ट्रांसफर किया जाता है। इस प्रक्रिया में आम तौर पर 7‑10 कार्य दिवस लगते हैं।
इस ड्रॉ में कश्मीर के दक्षिणी कोट्टायाम, उत्तरी पलक्कड़ और पश्चिमी मैनंथावडी जैसे विभिन्न जिलों में विजेताओं का समान रूप से बंटवारा हुआ, जो लॉटरी की व्यापक पहुँच को दर्शाता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि ऐसे समान वितरण से लॉटरी के प्रति सार्वजनिक भरोसा बन रहता है और भविष्य में भागीदारी में और वृद्धि की संभावना है।
केरल स्टेट लॉटरी विभाग ने आगे कहा कि वे अगली बार के ड्रॉ में डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से रीयल‑टाइम वैरिफिकेशन सिस्टम लागू करेंगे, जिससे जीतने वाले तुरंत अपना इनाम चेक कर सकेंगे। इससे धोखाधड़ी की संभावनाएँ कम होंगी और जनता का भरोसा और मजबूत होगा।
इस बार के विजेताओं की टिकेटें कोट्टायाम, पलक्कड़ और मैनंथावडी जिलों में बेची गई थीं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि लॉटरी का प्रभाव पूरे राज्य में समान रूप से फैला हुआ है।
परिणाम आधिकारिक वेबसाइट, स्थानीय समाचार पोर्टल और लॉटरी शॉप के डिजिटल डिस्प्ले स्क्रीन पर रीयल‑टाइम अपडेट के साथ उपलब्ध कराए जाते हैं।
ऐसे इनाम के लिए विजेता को टिकेट के साथ निकटतम बैंक या सरकारी लॉटरी कार्यालय में जाना होगा, पहचान प्रमाण दिखाना होगा और फिर राशि खाते में ट्रांसफर हो जाएगी।
केरल स्टेट लॉटरी विभाग ने बताया कि अगली अवधि में डिजिटल वैरिफिकेशन, मोबाइल एप्प के माध्यम से रीयल‑टाइम इनाम चेक और अधिक पारदर्शी ड्रॉ प्रक्रिया लागू की जाएगी।
केरल में लॉटरी जीत पर 30% टैक्स लागू होता है, लेकिन यदि इनाम को सामाजिक उद्देश्य या सार्वजनिक कल्याण के लिये उपयोग किया जाता है, तो कुछ छूट प्राप्त हो सकती है; विस्तृत नियम लॉटरी विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।