जब बात क्रिकेट कोच, एक ऐसा विशेषज्ञ जो खिलाड़ियों की तकनीकी, शारीरिक और मानसिक क्षमता को बढ़ाता है का आती है, तो यह सिर्फ साइडलाइन पर मौजूद व्यक्ति नहीं होता। इसे अक्सर क्रिकेट ट्रेनर भी कहा जाता है, लेकिन वास्तविकता यह है कि कोच हर मैच की रणनीति, व्यक्तिगत योजना और टीम की बायोडायनामिक को संभालता है।
यह टैग पेज भारत महिला क्रिकेट, देश की महिला टीम जो ICC प्रतियोगिताओं में लगातार प्रगति कर रही है और ICC महिला विश्व कप, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं के क्रिकेट का प्रमुख इवेंट जैसे विषयों पर लिखी गई खबरों को एक साथ लाता है। साथ ही क्रिकेट प्रशिक्षण, बॉलिंग, बैटिंग और फील्डिंग की बारीकियों को सिखाने की प्रक्रिया और खेल विज्ञान, फिज़ियोथेरेपी, पोषण और मनोविज्ञान को खेल में लागू करने का विज्ञान को कोचिंग के आवश्यक घटक माना गया है।
एक क्रिकेट कोच को तीन मुख्य कार्य संभालने होते हैं: पहले, वह खिलाड़ी की तकनीक को सुधारता है – बैटिंग के ग्रिप, बॉलिंग के रीलीज़, फील्डिंग के एंगल – ये सभी मूलभूत तत्व हैं जो जीत‑पड़ाव को तय करते हैं। दूसरा, वह खेल‑विज्ञान की सहायता से शारीरिक फिटनेस बनाता है; यहाँ पोषण योजना, ताकत‑ट्रेनिंग और रिकवरी प्रोसेस महत्वपूर्ण होते हैं। तीसरा, वह मानसिक पहलू पर काम करता है – दबाव संभालना, लक्ष्य‑निर्धारण और टीम में संवाद स्थापित करना। इन तीनों को जोड़ने से ही कोचिंग का पूरा परिदृश्य बनता है।
समाचारों में हमने देखा है कि महिला टीम की कॉन्सिस्टेंसी का बड़ा कारण कोचिंग स्टाफ की योजना है। 2025 की ICC महिला विश्व कप में भारत ने कई हाई‑प्रोफ़ाइल मैच जीते, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि कोच ने बाउंसर‑कॉम्बिनेशन और लैंडिंग जॉन्स को कैसे ट्यून किया। इसी तरह, युवा पटल में दाने वैन निएकरक और मरिज़ाने कप्प की पहली विवाहित जोड़ी ने कोचिंग के नए प्रयोगों से इतिहास रचा। ये उदाहरण दर्शाते हैं कि कोचिंग सिर्फ “टिप्स” नहीं, बल्कि डेटा‑ड्रिवन स्ट्रेटेजी है।
जब आप इस पेज के नीचे आने वाली लेखों को पढ़ते हैं, तो आपको देखेंगे कि कॉन्टेंट मुख्य तौर पर तीन श्रेणियों में बंटा है: (1) कोचिंग तकनीक – बॉलिंग फॉर्म, बैटिंग पॉज़िशन, सिमुलेटेड मैच; (2) टीम निर्माण – चयन प्रक्रिया, स्काउटिंग नेटवर्क, कप्पींग सत्र; (3) सफलता की कहानियाँ – भारतीय महिला टीम की जीत, इंडिगो कोच की नई पहल, और अंतरराष्ट्रीय कोचिंग मॉडल। इन ट्रेंड्स को समझकर आप अपने खेल या कोचिंग करियर को अगले स्तर पर ले जा सकते हैं।
अब आप तैयार हैं उस जानकारी को देखिए जो हमने इकट्ठा की है। नीचे आने वाली ख़बरों में क्रिकेट कोचिंग की नई रणनीतियाँ, महिला क्रिकेट की रोमांचक जीत और विश्व कप के एक्सक्लूसिव अपडेट हैं – सब कुछ आपके लिए कॉम्पैक्ट रूप में। पढ़ते रहिए और अपनी कोचिंग यात्रा को आगे बढ़ाइए।
राहुल द्रविड़ ने भारतीय क्रिकेट टीम के कोच के रूप में अपनी सेवा समाप्त की, और उनकी विदाई एक शानदार विश्व कप के साथ हुई। उन्होंने अपनी कोचिंग के दौरान खिलाड़ियों की भव्यता को बनाए रखते हुए शानदार वातावरण बनाया। उनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान मोहम्मद सिराज को एक ऑल-फॉर्मेट गेंदबाज के रूप में विकसित करना था।
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