बॉलीवुड स्टार शाहिद कपूर की नवीनतम फिल्म 'देवा' बॉक्स ऑफिस पर उम्मीद के मुताबिक शुरुआत करने में असफल हो सकती है। शुरुआती अनुमानों के अनुसार, 'देवा' पहले दिन लगभग 2.82 करोड़ रूपए की कमाई कर सकती है, जो उनके पिछले हिट फिल्म 'कबीर सिंह' की पहले दिन की कमाई 21.96 करोड़ रूपए की तुलना में कई गुना कम है। 'देवा' को निर्देशित किया है रोशन एंड्र्यूज ने, और यह उनकी 2010 की मलयालम फिल्म 'मुंबई पुलिस' से प्रेरित है। शुरुआती प्रतिक्रिया से अनुमान लगाया जा रहा है कि शाहिद की इस 'कॉप ड्रामा' फिल्म को दर्शकों से करोड़ों की भीड़ नहीं मिल रही है।
फिल्म की सफलता पूरी तरह से मुंह जबानी प्रचार और रात के शो की बुकिंग पर निर्भर हो सकती है। शुरुआत में, 'देवा' के लिए सुबह के शो की ओक्युपेंसी मात्र 5.87% रही। हालाँकि, दोपहर और शाम के शोज में स्थिति थोड़ी बेहतर हुई और ओक्युपेंसी क्रमशः 9.18% और 9.77% तक पहुंच गई। लेकिन यह भी अपेक्षाओं को पूरा करने में असमर्थ रही है। जो कि उनकी पिछली कार्यप्रणालियों में एक गिरावट का संकेत हो सकती है।
वहीं दूसरी ओर, अक्षय कुमार की 'स्काई फोर्स' ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार शुरुआत की है और इसकी पहली दिन की कमाई 10 करोड़ रूपए से अधिक होने की उम्मीद है। यह अक्षय की मौजूदा वर्षों में सबसे बड़ी ओपनिंग हो सकती है। 'स्काई फोर्स' एक रोमांचक एक्शन-ड्रामा फिल्म है, जो 1965 के भारत-पाकिस्तान एयर युद्ध के दौरान पाकिस्तान के सरगोधा एयरबेस पर भारत के हमले पर आधारित है। इस फिल्म का निर्देशन अभिषेक अनिल कपूर और संदीप केवलानी ने किया है।
अक्षय कुमार की 'स्काई फोर्स' को मध्यम प्रतिक्रिया मिली है, लेकिन यह अभी भी बॉक्स ऑफिस पर एक अच्छे खुले हुए नजर आ रही है। फिल्म का निर्माण दिनेश विजान और अमर कौशिक ने मेडॉक फिल्म्स के तहत किया है, और यह जियो स्टूडियो के अंतर्गत अत्यधिक प्रचारित है। इसके विपरीत, यदि 'देवा' दर्शकों का ध्यान खींचने में अधिक सफल नहीं होती है, तो इसे एक निराशाजनक प्रदर्शन के रूप में देखा जा सकता है।
फिल्म उद्योग अब एक नए युग के पुनरुत्थान की ओर बढ़ रहा है जहाँ दर्शक अधिक गुणवत्ता और सामग्री आधारित फिल्मों की उम्मीद करते हैं। 'देवा' की कहानी के पुराने तत्व और उससे अपेक्षित ढर्रे की एक्टिंग दर्शकों में ज्यादा उत्तेजना नहीं उत्पन्न कर पा रही है। यह देखा गया है कि अब दर्शकों का रुझान अधिक वास्तविक, ग्राउंडेड, और प्रगतिशील कथानकों की ओर है। यह बदलती हुई प्रवृत्ति फिल्म निर्माताओं के लिए एक संकेत है कि वे अपने योजना और क्रिएटिविटी को और आगे बढ़ाएं।अगर 'देवा' को ज्यादा ध्यान खींचना है, तो इसे उपयुक्त मार्केटिंग रणनीति और सकारात्मक समीक्षा प्राप्त करने की दिशा में काम करना होगा ताकि दर्शकों की रुचि पैदा की जा सके।
संक्षेप में, फिल्म के भाग्य का फैसला अब दर्शकों की प्रतिक्रिया और वर्ड ऑफ़ माउथ प्रचार पर टिका है। अगर 'देवा' अपनी कहानी और कथानक में सुधार कर दर्शकों का दिल जीत पाती है, तो इसमें एक बदलाव संभव है। बिना शक, शाहिद कपूर को उनके अभिनय की काबलियत और एक्टर के रूप में प्रतिभा पर भरोसा है, और वे निश्चित रूप से इस चुनौती का मुकाबला करने की क्षमता रखते हैं।