जब हम ईशान किशन, एक तेज़ गति के बॉलिंग all‑rounder हैं जो भारत की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय टीमों में अपना मुकाम बना रहे हैं. Also known as ईशान K की बात करते हैं, तो उनका खेल‑शैली, फिटनेस और मैदान पर निर्णय‑लेने की क्षमता तुरंत सामने आती है। ईशान का खेल सिर्फ बॉलिंग नहीं, बल्कि मिड‑ऑर्डर में चमकते हुए बैटिंग भी है, जिससे वह टीम को दो‑मुखी लाभ देते हैं। यही कारण है कि भारतीय क्रिकेट ट्रैफ़िक में उनका नाम तेजी से उभर रहा है।
इसी क्रम में भारतीय महिला क्रिकेट, भारत की महिला टीम ने 2025 में कई महत्वपूर्ण जीत दर्ज की, विशेषकर लंका और इंग्लैंड के खिलाफ जीत ने युवा खिलाड़ियों के लिये एक मजबूत मंच तैयार किया है। इस वृद्धि ने ICC महिला विश्व कप, 2025 में भारत‑श्रीलंका की अद्भुत साझेदारी और तेज़ गेंदबाज़ी को दर्शाता प्रमुख टूर्नामेंट है को भी और रोचक बना दिया। ईशान के जैसा एक सभी‑दिशा खिलाड़ी इन टीमों के लिये अतिरिक्त विकल्प पेश कर सकता है, जिससे मैच रणनीति में लचीलापन आता है। भारत‑श्रीलंका की लगातार टुर्नामेंट‑जंग में भारत‑श्रीलंका मैच, दोनों देशों के बीच होने वाले रोमांचक क्रिकेट मुकाबले ने दर्शकों को नई कहानियाँ सुनाई हैं, और ईशान उनका हिस्सा बनने की राह पर है।
ईशान ने अपनी पहली घरेलू सीरीज में 4‑विकेट्स की शानदार लीडरशिप दी, जो आज तक उनके करियर की बेसलाइन बन गई है। वह लगातार स्पिन बॉल और मध्यम गति की मिश्रित डिलीवरी देता है, जिससे बल्लेबाज़ों को झंझट होती है। इस साल के ICC महिला विश्व कप के क्वालिफ़ायर में उन्होंने दो मैचों में सिर्फ़ 6 ओवर में 5 विकेट लिए, जिससे टीम को शुरुआती विकेट तोड़ने में मदद मिली। ऐसे आँकड़े दर्शाते हैं कि वह ईशान किशन टीम को रणनीतिक विकल्प प्रदान करता है। अगले महीने आयोजित होने वाले भारत‑श्रीलंका ट्राइ‑नेशन सीरीज़ में उनकी उपस्थिति निश्चित रूप से भारतीय कोचिंग स्टाफ़ के लिये एक अतिरिक्त सुरक्षा जाल होगी।
संक्षेप में, ईशान की तेजी, फॉर्म और बहु‑कौशल भारतीय क्रिकेट को नई दिशा दे सकते हैं। नीचे आप देखेंगे उनके हालिया परफ़ॉर्मेंस, खिलाड़ियों के साथ उनकी तालमेल, और आगामी टूर्नामेंट में उनकी संभावनाओं की विस्तृत कवरेज। इस जानकारी के साथ आप क्रिकेट के इस जीवंत पहलू को बेहतर समझ पाएँगे।
ईशान किशन की धमाकेदार पारी ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024 में झारखंड को अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ बड़ी जीत दिलाई। सिर्फ 23 गेंदों में 77 रन की नाबाद पारी से झारखंड ने 94 रन का लक्ष्य 27 गेंदों में पूरा कर 10 विकेट से जीत दर्ज की। किशन की इस पारी में 5 चौके और 9 छक्के शामिल थे, इसने टूर्नामेंट का रिकॉर्ड बना दिया।
और देखेंबीसीसीआई सचिव जय शाह ने खुलासा किया कि श्रेयस अय्यर और ईशान किशन घरेलू क्रिकेट खेलने के लिए क्यों राजी हुए। मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर द्वारा इनकी अनुबंध सूची से अनुपस्थिति का मुख्य कारण था घरेलू क्रिकेट में उनकी भागीदारी की कमी। दोनों खिलाड़ी अब अपने-अपने घरेलू टीमों के लिए खेले रहे हैं और उनके प्रदर्शन को राष्ट्रीय चयन के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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